सेहत के लाभ के लिए औषधियों पौधो को बेहतर माना गया है उनमे से एक पौधा है जिसका नाम है अकरकरा (ANACYCLUS PYRETHRUM )| यह सदाबहार पौधा है यह औषधीय गुणों से बहुत उपयोगी है इसका इस्तेमाल कई गंभीर बिमारियों में भी किया जाता है इसकी जड़ सबसे ज्यादा फायदेमंद होती है तथा इसे अरब से लाया गया है लेकिन भारत में पाए जाने वाले अकरकरा की किस्म बहुत ही गुणकारी है गुजरात में पाए जाने वाले अकरकरा की किस्म सबसे ज्यादा फायदे मंद है इसका उपयोग दवाइयों में किया जाता है इसे अंग्रेजी में PELLITORY ROOT कहा जाता है और बोटनिकल नाम इसका PLANTHUS ACMELLA है जिस तरह केमिकल मिश्रित दवाइयों के परिणाम अब बहुत ही घातक होते जा रहे है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी कम होती जा रही है जिससे कई बीमारियाँ शरीर को ज्यादा हानि पंहुचा रही है और वही आयुर्वेदिक दवाइयों से शरीर स्वस्थ और निरोगी हो रहा है दुनिया फिर से आयुर्वेद की और लोट रही है और भारत उसमे सबसे बड़ा योगदान दे रहा है ये भारत के कई हिस्सों में पाया जाता है तथा घनी झाड़ियो में रहते है इसके फूल और पत्तियों दोनों का ही उपयोग दवाइयों में होता है वैज्ञानिक उपकरण और आयुर्वेद दोनों ही भविष्य में साथ रहेंगे
अकरकरा भारत में पाए जाने वाले स्थान :-
गुजरात, उत्तराखंड, हिमालय, बंगाल, उड़ीसा
अकरकरा के बोले जाने वाले नाम :-
गुजरात –अकोरकरो
बंगाल –आकरकरा
मराठी –अक्कलकरा
संस्क्रत –अकलल्लक,आकारकरभ
अकरकरा के लाभ :-
- इसका इस्तेमाल करने से दांतों का दर्द बहुत जल्दी ठीक हो जाता है
- इसके उपयोग से पायरिया और मुँह में दुर्गंध जैसी गंभीर बीमारिया भी ठीक हो जाती है
- जिन बच्चो को बोलने में तकलीफ होती है इसके सेवन और उपयोग से वो बिमारी ठीक हो जाती है
- दुबलापन और शारीरिक कमजोरी को इसके उपयोग से ठीक किया जा सकता है
- सेक्चुअल बिकनेस को भी इसके सेवन से दूर किया जा सकता है
- मिर्गी जैसी बिमारियों को ठीक करने में भी इसका उपयोग किया जाता है
- सहेद दाग , पेट के रोग ,को ठीक करने में भी इसका उपयोग किया जाता है
- msucle mass को भी बढाता है और आलस्य को भी दूर करता है इसका सेवन
अकरकरा को इस्तेमाल करने का तरीका :-
1 ) अकरकरा और ब्राम्ही को शहद के साथ मिला कर लेने पर मानसिक विकार दूर होते है
2 ) इसकी जडो को सुखा कर चूर्ण बना ले और खाना खाने के बाद इसका इस्तेमाल करे
3 ) अकरकरा की जड़ को पीसकर महुए के तेल में मिलाकर लकवे वाले हिस्से पर मालिश करे
4) शहद के साथ अकरकरा की जड़ को मिलाकर लेने से भी लकवे में आराम मिलता है
5) सिरदर्द में इसका इस्तेमाल मुह में पत्तो को दांतों के निचे दबा कर रखने से बहुत आराम मिलता है
6 ) अकरकरा के पत्तो को पीसकर सफ़ेद दाग में लगा लो दाग कम होने लगेगा
7) कालीमिर्च और अकरकरा को पिस ले और शहद में मिलाकर जीभ में लगाये हकलाना कम हो जाता इससे है
8) अकरकरा को कालीमिर्च और भुनी फिटकरी और काला नमक के साथ मिलाकर दांतों को साफ करे इससे दुर्गंध नहीं
आती है और दांत भी साफ हो जाते है
9) अकरकरा और अर्जुन की छाल को पिस ले और खाने के बाद इसका इस्तेमाल एक चौथाई चम्मच करे इससे ह्रदयघात
और घबराहट से राहत मिलती है
10) अकरकरा को पानी में उबाल ले और पानी को पिए इससे खांसी और गले में राहत मिलती है
अकरकरा के नुकसान :-
अकरकरा के जहा लाभ कई है वहा कुछ हानि भी है इसका इस्तेमाल बिना डॉक्टर की सलाह के ना ले क्युकि ये गरम होती है इसकी ज्यादा मात्रा पेट में जलन ,सिने में दर्द ,ब्लडप्रेशर ,और चक्कर आना ,मुँह में छाले ,गैस की समस्या को बड़ा सकते है
अकरकरा का बीज कहां मिलेगा?
अकरकरा का बीज अब ऑनलाइन स्टोर पर भी उपलब्ध है। इसे खरीदने के लिए आप Marginbaba.com या amazon.in पर देख सकते है।
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