आयुर्वेद में जायफल को बहुत ही गुणकारी बताया गया है| क्योंकि इसका प्रयोग बहुत सारी बीमारियों को दूर करने में किया जाता है| इसके अलावा यह मसाले के रूप में भी इस्तमाल किया जाता है| जब हम घर में घूटी बनाकर बच्चों को देते है तो उसमे भी जायफल शामिल होता है क्योंकि जायफल बच्चों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है|

जायफल का पेड़ बहुत बड़ा होता है| पूरी दुनिया में इसकी लगभग 80 प्रजातिया पायी जाती है| भारत व मालद्वीप में इसकी 30 प्रजातियां है| वैसे आपकी जानकारी के लिए हम बता दे कि जायफल का पेड़ 2 प्रकार का होता है नर जाति व मादा जाति| नर जाति के जायफल के पेड़ की पत्तियां बड़ी तथा इनके फूल में पुष्प-कोष नहीं होता है| जबकि मादा जाति के जायफल के पेड़ की पत्तियां भाले की तरह चौड़ी होती है तथा फूल छोटी-छोटी मंजरियों पर आते है| जायफल के पेड़ से हमें जायफल व जावित्री 2 प्रकार के मसाले मिलते है| जायफल अन्दर पाये जाने वाला बीज है जबकि जावित्री लाल रेशे युक्त छिलका है|

जायफल / जावित्री कहाँ पाया जाता है? –

केरल ,श्रीलंका ,चीन ,ताइवान ,दक्षिणी अमेरिका ,मलेशिया आदि|

Jayfal के विभिन्न Naam –

जायफल ,जातीफल ,नट मेग ,मिरिस्टिका फ्रेगरेंस आदि|

Jayfal में पाये जाने वाले घटक –

फाइबर ,मैंगनीज ,विटामिन B6 ,फोलेट ,तांबा ,मैग्नेशियम ,कार्बनिक यौगिक आदि|

Jayfal के गुणकारी Fayade –

जायफल का उपयोग घरेलू इलाज के रूप में किया जाता है क्योंकि इसमें बहुत सारे आयुर्वेदिक गुण पाये जाते है| जो कि निम्नलिखित है –

  • अगर आपको नींद न आये तो जायफल का सेवन करे क्योंकि यह तांत्रिक तनाव को दूर करता है जिसके फलस्वरूप आपको अच्छी नींद आयेगी|
  • जायफल दिमाग को तेज करता है|
  • जायफल के तेल को अन्य किसी तेल जैसे नारियल ,सरसों या जैतून के तेल में मिलाकर मालिश करने से जोड़ो के दर्द में आराम मिलता है|
  • जायफल के चूर्ण को शहद या कच्चे दूध के साथ मिलाकर लगाने से चेहरे के मुहांसे व झुर्रियां दूर होती है|
  • जायफल हमारे पाचन तंत्र को सही रखता है इसलिए बच्चों को जायफल घूटी में दिया जाता है|
  • दांतो के दर्द में भी जायफल का तेल या उसका चूर्ण बहुत फायदेमंद होता है| क्योंकि प्रभावित भाग में जायफल का तेल व चूर्ण थोड़ी देर के लिए रख ले फिर कुल्ला कर ले तो दांत दर्द में आराम मिलेगा|
  • अगर गला बैठा हुआ है तो जायफल के चूर्ण को गर्म पानी में मिलाकर उस पानी से गरारे करे तो गला सही हो जायेगा|
  • जायफल का उपयोग वजन को कम करने में भी किया जाता है|
  • जायफल डायबिटीज के इलाज में भी काम आता है|
  • अगर बच्चों को दस्त हो रहे हो तो जायफल को पानी में घिसकर पिला दे तो दस्त बंद हो जायेंगे|
  • सर्दी-जुखाम में भी जायफल बहुत लाभदायक है|
  • अगर घाव हो जाये तो जायफल का तेल लगाने से आराम मिलता है|
  • जायफल का सेवन करने से मुहं की दुर्गन्ध दूर होती है|
  • अधिक सिर दर्द होने पर जायफल को पानी में घिसकर उसका लेप बना ले और उसे सिर पर लगाये तो आराम मिलेगा|
  • यह पेट से संबंधित सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करता है|
  • बवासीर के रोगियों के लिए जायफल बहुत लाभदायक है|

Jayfal के Nuksaan  –

जायफल को अगर हम उचित मात्रा में उपयोग में लेते है तो यह हमें फायदा पहुंचता है लेकिन अगर इसे उचित मात्रा से अधिक उपयोग में लेते है तो यह हमें नुकसान भी पहुंचा सकता है जो कि इस प्रकार है –

  • इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से चक्कर आने लगते है क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है|
  • इसका अधिक सेवन करने से प्यास ,उल्टी ,छाती में दर्द ,पेट में दर्द आदि समस्याएं उत्पन्न हो सकती है|
  • गर्भवती महिलाओं को जायफल का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे गर्भपात हो सकता है|
  • स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए|

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