हाल ही में कुछ इस्लामिक विद्वानों द्वारा ग़ज़वा-ए-हिंद को एक नकली कथा बताया था। और दुनियां से उन्होंने इसे झूठा बताया था। अब इस पोस्टर से वे स्वयं झूठे सावित हो रहे है।
Recently, some Islamic scholars called Ghazwa-e-Hind a fake story and told the world that it was a lie. Now, with this poster, they themselves are being proven wrong.
Source – Star News Global
इंदौर में मस्जिद पर लगा गजवा-ए-हिंद का पोस्टर
समाचार पत्र के अनुसार पोस्टर में यह चेतावनी है – इस पोस्टर में एक तरफ गाजी की सेना और दूसरी तरफ भारत के सनातन धर्मो की सेना बताई है जो भगवा झंडे लिए हुए है। यह सनातन धर्म को चेतावनी है। इसके खिलाफ ही युद्ध बताया गया है। साथ ही बताया कि इस्लाम में विश्व को दो हिस्सों में बांटा गया है। एक दारुल इस्लाम, यह वह दुनिया है जिसमें सभी व्यक्ति इस्लाम को स्वीकारें। जहां दारुल इस्लाम नहीं है, वहां ये फतह करना चाहते हैं, जिसे दारुल हरब कहा जाता है।
पुलिस ने जांच शुरू की – यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। इसकी जांच की जा रही है। -केपी यादव, थाना प्रभारी छत्रीपुरा, इंदौर
अगर आप भी अपने आस पास इस प्रकार की बातों को नज़र अंदाज़ करते है, तो आप स्वयं सोचिये आप क्या है? –
भय के कारण धर्म को त्यागने वाले काफिर
या स्वयं या धर्म की आत्मा रक्षा के लिए बलि लेने वाले या बलिदान करने वाले वीरगंना या वीर।
अतः सतर्क रहकर पुलिस की आँख और कान बने, और देश और देश के लोगो की आत्मरक्षा करे। किसी भी प्रकार के भ्रम से बचने के लिए श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ अवश्य करे।
इस समाचार का स्रोत – नयी दुनियां समाचार पत्र