ज्योतिष विद्या भारतीय संस्कृति और पूर्वजो की एक अनमोल धरोहर है। ज्योतिष विद्या को पेड़ पर लगा फल नहीं है की कोई भी तोड़ कर प्राप्त कर ले। ये गहन अध्ययन के द्वारा अंतरिक्ष में विध्यमान गृह और हस्त रेखाओं की गणना की गयी है।
इन लोगो में कुछ खांस बातें भी होती है –
इनमें लीडर बनने के गुण होते हैं – जिन लोगोंं की हथेली पर इस तरह का निशान होता है वो अपने आस पास के लोंगो को हर वक्त प्रेरणा देने का काम करते रहते हैं। ऐसे लोगों के मरने के बाद भी इनका नाम सालों साल लोगोंं के दिलों में जिंदा रहता है। सफलता इनके हमेशा कदम चूमती है।
इनकी छठी इंद्री होती है तेज – इन लोगोंं की छठी इंद्री या अंतर्ज्ञान काफी तेज होता है। इन्हें पहले से आने वाले खतरे का पहले ही पता चल जाता है। इस दौरान इनके चारों ओर एक विशेष एनर्जी साइकिल बनने लगती है, जिसका अंदाजा आम आदमी लगा भी नहीं सकता।
इन्हें झूठे लोगोंं से होती है सख्त नफरत – ऐसे लोगोंं से अगर आपने झूठ बोलने की कोशिश की तो आप उनकी नजर से उतर जाएंगे। हो सकता है कि वे आपको माफ कर दें मगर आपकी हरकत को वे कभी नहीं भूलेंगे। ये बड़े ही लकी होते हैं, जिनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
क्या होता है हथेली पर क्रॉस का निशान?
हथेली पर क्रॉस का निशान तभी बनता है जब दो रेखाएं एक दूसरे को काट रही होती है। बस आपको ये देखना है की हथेली पर किन किन जगहों पर क्रॉस का निशान बन रहा है
अगर हथेली के पर्वत पर हो एक्स / क्रॉस का निशान तो
गुरु पर्वत पर क्रॉस का निशान (Guru Pravat par Cross ka Nishan) –
किसी जातक के गुरु पर्वत (Guru Pravat) पर X क्रॉस का निशान हो तो उसे सभी तरह का सुख मिलता है।ऐसे जातक को शिक्षित एवं धनी कुल का जीवनसाथी मिलता है। ऐसा व्यक्ति सुख, समृद्धि, ढेर सारी संपत्ति का मालिक होता है। ऐसे लोग शिक्षा के क्षेत्र में भी अव्वल होते हैं। वह सुखी वैवाहिक जीवन जीता है। सभी पर्वतों की तुलना में अगर क्रॉस का निशान गुरु पर्वत (Guru Pravat) पर है, तो ऐसे व्यक्ति की किस्मत खुल जाती है।
सूर्य पर्वत पर क्रॉस का निशान (Surya Pravat par Cross ka Nishan) –
X क्रॉस का निशान सूर्य पर्वत (Surya Pravat) पर क्रॉस का चिह्न हो तो जातक हमेसा बदनामी का पात्र बना रहता है। ऐसे जातक को कारोबार में हमेशा घाटा होता है। सूर्य ग्रह हमें समाज में यश, सम्मान और प्रतिष्ठा दिलाता है, और इसी पर्वत पर अशुभ चिह्न का होना मुसीबतें खड़ी कर देता है। सूर्य पर्वत पर स्थित क्रॉस संकट को दर्शाता है। यह व्यक्ति को प्रसिद्धि, कला या धन की खोज में निराशाजनक संकेत देता है।
चंद्र पर्वत पर क्रॉस का निशान (Chandra Pravat par Cross ka Nishan) –
(Chandra Pravat) चंद्र पर्वत पर क्रॉस चिह्न हो, तो व्यक्ति कल्पना से प्रभावित रहेगा। व्यक्ति सदैव सपनों की दुनिया मे रह कर खुद को धोखा देगा।
मंगल पर्वत पर क्रॉस का निशान (Mangal Pravat par Cross ka Nishan) –
(Mangal Pravat) मंगल पर्वत पर क्रॉस का चिह्न दिखें तो जातक लड़ाई-झगड़ों में विश्वास रखता है। ऐसे लोग या तो जेल जाते हैं अथवा आत्महत्या तक कर लेते हैं। व्यक्ति में शत्रु और चोटों के कारण संकट को दर्शाता है। यह संघर्ष, झगड़े और हिंसा द्वारा मृत्यु का भी संकेत देता है। ऐसे व्यक्ति का अगर किसी के साथ झगड़ा हो, तो वह अमूमन उग्र रूप ले लेता है।
बुध पर्वत पर क्रॉस का निशान(Budh Pravat par Cross ka Nishan) –
यदि (Budh Pravat) बुध पर्वत पर क्रॉस का हो तो ऐसे जातकों से हमेशा दूर रहना चाहिए। ऐसे लोग धोखेबाज़ ठग और झूठे होते है। व्यक्ति अच्छे मस्तिष्क होने के बावजूद दोहरी प्रकृति का होता है। यह निशान व्यक्ति की बुद्धि को नष्ट करने का काम भी करता है। सब कुछ जानते हुए भी वह बुरे कर्म करने लगता है।
शुक्र पर्वत पर क्रॉस का निशान(Shukr Pravat par Cross ka Nishan) –
जब क्रॉस (Shukra Pravat) शुक्र पर्वत पर स्थित हो तो कुछ संकट या प्रेम संबंध में कष्ट का संकेत देता है। शुक्र प्रेम संबंधों और विलासता का कारक माना गया है, इसलिए क्रॉस का अशुभ चिह्न जीवन के इन्हीं दो बड़े क्षेत्रों पर अटैक करता है।
शनि पर्वत पर क्रॉस का निशान(Shani Pravat par Cross ka Nishan) –
(Shani Pravat) शनि पर्वत पर क्रॉस का निशान हो तो जातक को लड़ाई में चोट लगती है। ऐसे जातक के अकाल की मुत्यु तक हो जाती है। यह दुर्घटना के द्वारा एक हिंसक मृत्यु के संकट की चेतावनी देता है। लेकिन जब यह पर्वत के केंद्र पर स्थित हो, तो व्यक्ति के जीवन में भाग्यवादी की प्रवृत्ति को बढ़ाता है।
केतु पर्वत पर क्रॉस का निशान (Ketu Pravat par Cross ka Nishan) –
यदि किसी जातक का (Ketu Pravat) केतु पर्वत पर क्रॉस का निशान हो तो जातक की शिक्षा किसी परिवारिक समस्या के चलते नहीं हो पाती।
राहु पर्वत पर क्रॉस का निशान (Raahu Pravat par X ka Nishan)
(Raahu Pravat) राहु पर्वत पर क्रॉस का चिन्ह जातक को यौवनकाल में दुःख देता है। इस तरह के जातक चेचक रोग के शिकार होते हैं।
अगर हथेली की रेखाओ पर हो एक्स / क्रॉस का निशान तो
जीवन रेखा पर क्रॉस पर क्रॉस का चिन्ह (Jeevan Rekha par Cross ka Chinh)
क्रॉस का निशान जब जीवन रेखा के करीब हो तो व्यक्ति को संकट और मुसीबत अपने घनिष्ठ रिश्तेदारों द्वारा प्राप्त होती है। वह मृत्युतुल्य कष्ट भोगता है।
भाग्य रेखा पर क्रॉस का चिन्ह (Bhagya Rekha par Cross ka Sign)
यदि क्रॉस भाग्य रेखा के किनारे की ओर स्थित हो तो यह व्यक्ति के कॅरियर में बाधाएं उत्पन्न करता है। रिश्तेदारों का विरोध और भविष्य में कठोर परिवर्तन आता है।
मस्तिष्क रेखा पर क्रॉस का चिन्ह (Mind Mashtishk Rekha par Cross ka Sign)
अगर क्रॉस का चिह्न मस्तिष्क रेखा को छू ले, तो यह मस्तिष्क पर चोट या दुर्घटना की भविष्यवाणी करता है।
सूर्य रेखा पर क्रॉस पर क्रॉस का चिन्ह (Surya Rekha par Cross ka Sign)
क्रॉस सूर्य रेखा के किनारे स्थित हो, तो यह पद और प्रसिद्धि प्राप्त करने में निराशा को दर्शाता है।
हृदय रेखा पर क्रॉस पर क्रॉस का चिन्ह (Hriday Rekha par Cross ka Sign)
यदि यह भाग्य रेखा की ओर हो, तो दर्शाता है कि धन प्राप्ति मे निराशा मिलेगी, लेकिन हृदय रेखा पर होना किसी प्रिय की मृत्यु का संकेत देता है। जातक को दिल की बीमारी का खतरा रहता है।
इस लेख में दी गयी जानकारी की सत्यता पर हम कोई दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सटीक हैं। अगर आप के हाथो की रेखाओं और समस्याओ का मिलान हो रहा है तो जरूर किसी ज्योतिषी से मिले और सलाह ले।
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