Blog – आज अगर भारत मे देखा जाए तो DD Freedish उपयोग करने वालो की संख्या 80 मिलियन से ऊपर पहुच गयी है, जो की Free-To-Air टीवी चेनल्स को देखते है, लेकिन इतनी संख्या मे उपयोग करने वाले लोगो के पास DD Freedish या फ्री टू ऐयर (Free-To-Air) चेनल्स साथ साथ प्रीमियम या पे टीवी चेनल्स देखने का कोई विकल्प नही है,

मेरे हिसाब से एक विकल्प हो सकता है, वो है की अगर भारत मे DD Freedish के सेट-टॉप बॉक्स मे CI स्लॉट (Common Interface Slot) लगना चालू हो जाए.

CI-Slot Enable –

How to Use CI-Slot enabled set-top box in DD Freedish to watch paid TV channels?

अगर किसी फ्री टू ऐयर सेट-टॉप बॉक्स मे BIS द्वारा स्वीकृत CI स्लॉट लगा दिया जाए तो वो सेट-टॉप बॉक्स फ्री टू ऐयर चेनल्स के साथ साथ पे चेनल्स भी दिखा सकता है. इस स्लॉट मे आप प्रीमियम DTH का कार्ड लगा सकते है, मान लो आपको स्पोर्ट्स पसंद है तो आप इस सेट-टॉप बोक्स के CI-Slot मे ट्राई (TRAI) द्वारा स्वीकृत removable conditional-access module (CAM) लगा कर किसी भी DTH का एड-ऑन पेक एक्टीवेट करा ले तो आप अपनी पसंद के चेनल्स को देख सकते है

DD Freedish (Free-To-Air) के यूज़र को फ़ायदा :

What are the benefits of DD Freedish users, to CI-Slot enabled set-top box?

बिल्कुल इसका सबसे बड़ा फ़ायदा ग्रामीण इलाक़ो मे रहने वाले लोगो को मिलेगा जो महीने मे 270-350 का खर्च नही उठा सकते. आज भी भारत मे ऐसे परिवार है जिनके लिए ये 270-350 महीने का रीचार्ज बहुत ज़्यादा है. उनको अपनी पसन्द के हिसाब से चेनल्स देखने का हक है, ये बात सबको पता है की आज DD Freedish के यूज़र्स की संख्या किसी भी प्रीमियम DTH की संख्या से कई गुणी ज़्यादा है, और वो शायद ही प्रीमियम DTH को लगवाना चाहेगे.

DD Freedish के Encrypted (i-CAS) होने से परिणाम:

अभी हाल ही सुनने मे आया है की दूरदर्शन भी अपनी सर्वीसज़ को एनक्रिपटेड मे बदलने जा रहा है लेकिन मेरे मन मे बहुत से सवाल है जैसे…

  • ये अभी कोई खबर नही है की वो (DD Freedish) पे चेनल्स को दिखाएगा या नही?
    अगर दिखाएगा तो उसका महीने का खर्चा कितना होगा?
  • अगर सस्ते दाम पर कोई सर्विस चालू भी कर देता है तो अभी की प्रीमियम DTH ओपेरेटर्स का भविष्य क्या होगा?
  • अगर पे चेनल्स नही दिखयगा तो एनक्रिपशन करने का मतलब क्या है, इससे 80 मिलियन से ज़्यादा MPEG-2 सेट-टॉप बॉक्स मे आधे नये आने वाले MPEG-4 एनक्रिपटेड चेनल्स नही आएगे?
  • आज की तारीख मे देखा जाए तो MPEG-2 सेट-टॉप बॉक्स की कीमत MPEG-4 बॉक्स से आधी से भी कम है, ऊपर से उस पर एनक्रिपशन और BIS का खर्चा जो की सीधा सीधा जनता से लिया जाएगा, वो भी सिर्फ़ कुछ फ्री चेनल्स के लिए??
  • लेकिन BIS और एनक्रिपशन लगाने के बाद यही बॉक्स आपको 1500-2000 मे मिलेगा, वो भी कुछ शहरो मे,  बॉर्डर के गाँव तक पहुचते पहुचते तो वर्षो लग जाएगे.

Negative परिणाम –

  • भारत के बॉर्डर पर रहने वाले लोगो को ये एनक्रिपटेड सेट-टॉप बॉक्स न मिल पाने की स्थिति मे वो अपने फ्री टू ऐयर सेट-बॉक्स का उपयोग पड़ोसी देशो के चेनल्स को देखने मे इस्तेमाल कर सकते है, जिससे उनकी मानसिकता भारत को लेकर बदलेगी, क्यूकी हर चेनल अपने देश को महान बताता है और पड़ोसी देश की बुराई करता है. बेशक़ ये मेरा अनुमान है, लेकिन कड़वा सत्य भी हो सकता है.
  • पड़ोसी देशो मे अपने देश के लोग इन चेनल्स को नही देख सकते. क्यूकी वहां ये सेट-टॉप बॉक्स कैसे मिलेगा.
  • अगर कोई चेनल फ्री है, तो उस पर एनक्रिपशन लगाने से भारत की जनता के साथ शायद अन्याय होगा. फ्री मतलब फ्री, और पे मतलब पे होना चाहिए.
  • दूरदर्शन फ्री डिश के यूज़र्स अपने देश मे ही नही बल्कि विदेशो मे भी ज़्यादा, इससे हमारे भारत की शान या आवाज़ उन तक पहुचती और उन्हे पता चलता है की भारत कितना विकास कर रहा है.
  • दूरदर्शन फ्री डिश के आज अगर सबसे ज़्यादा यूज़र्स है तो उसका कारण है की वो फ्री है, और ये सबसे बड़ा सच और उदारहरण है की हमारे देश की जनता का घर का बजट जितनी ज़रूरत होती है उससे कही कम है. नही तो कौन 24 घंटे टेली शॉपिंग का प्रचार बर्दाश्त करेगा ज़्यादातर चेनल्स पर. वो भी 90% झुटे और फ्रॉड होते है. इन ads मे सलमान ख़ान की फोटो या किसी और की बॉलीबुड हस्ती की फोटो लगाकर पूछेगे की पहचान कौन? और जीतो मारुति कार 🙂 (Call charges Rs.18 per minute), खैर अपने टॉपिक पर आते है,

CI स्लॉट सेट-टॉप बॉक्स से डी. टी.एच ओपरेटर्स को फ़ायदा:

मेरे हिसाब इसका सबसे बड़ा लाभ भारत के सभी DTH ओपरेटर्स को मिलेगा, कैसे वो नीचे दिए गये विंदूयो पर गौर कीजिए ::

  • ज़्यादातर डी. टी.एच कंपनी शुरुआत मे सम्पूर्ण डी. टी.एच सिस्टम को उसकी लागत से भी कम मूल्य पर ग्राहक को देती है. ताकि वो उसका ग्राहक बन जाए. और उसके महीने के रीचार्ज से अपने घाटे को पूरा करे.
  • लेकिन आज किसी भी DTH के अनुमानित 100% मे से 20-15% यूज़र्स के सेट-टॉप बॉक्स बंद पड़े है, क्यूकी मध्यम वर्ग के परिवार एक या एक से ज़्यादा सेट-टॉप बॉक्स के रीचार्ज का खर्चा नही उठा पाते. जिससे DTH ओपरेटर्स की 50-10% सम्पूर्ण डी. टी.एच सिस्टम की लागत बरवाद हो जाती है
  • अब वही डी. टी.एच कंपनी अपने घाटे को सही करने के लिए उन सभी बंद पड़े कस्टमर्स को दुबारा जुड़ने के लिए कॉल (retention Calling) करवाती है, जिससे की उन पर कॉल सेंटर्स के खर्चे का एक नया बोझ उन्ही ग्राहको के लिए आता है, इनमे मे कुछ कस्टमर्स दुबारा जुड़ते भी है, लेकिन परिवारिक कम आय के कारण फिर से वही प्रॉब्लम, और फिर से वही सॉलुसन (Solution) चलता रहता है.
  • अगर अब इन्ही सब कस्टमर्स को अगर डी. टी.एच कंपनी अपना कार्ड (TRAI द्वारा स्वीकृत) ऑफर करे जो की (BIS द्वारा स्वीकृत) सेट-टॉप बॉक्स मे चलता हो तो वो परिवार फ्री चेनल्स के साथ साथ उस DTH कंपनी की कुछ न कुछ चेनल्स अपनी पसंद और महीने के बजट के हिसाब से देख सकता है, ऐसे कस्टमर्स को कंपनी को ना तो सिस्टम बेचने की आवस्यकता है, ना इन्स्टलेशन की समस्या.
  • मान लो अगर कोई DTH कंपनी अपने बंद पड़े ग्राहको और दूरदर्शन फ्री डिश के 80 मिलियन ग्राहको को कार्ड ऑफर करती है, और सब लोग केबल 2 पे चेनल आक्टीवेट करते है तो कंपनी को मिलने वाला रीचार्ज होगा
    2 पे चेनल्स का अनुमानित खर्चा : 15+15 = Rs.30
    कुल अनुमानित यूज़र्स : 80000000
    अनुमानित टोटल रीचार्ज : 80000000 X 30 = Rs.2400000000 (तो है ना फ़ायदे की बात)
  • इसलिए मेरा मानना है की अपने और देश की जनता के फ़ायदे के लिए, सभी DTH ओपरेटरस को ट्राई के नियमानुसार(जो भी नियम बनाए), removable conditional-access module (CAM) कार्ड लॉंच करना चाहिए, जैसे की डिश टीवी ने पिछली साल “डिश फ्री डोम कार्ड (Dish Freedom Card)” लॉंच किया था, लेकिन BIS स्वीकृत CI स्लॉट वाले सेट-टॉप बॉक्स ना होने के कारण इतना नही चल पाया. लेकिन मे उन्हे बधाई देता हू की उन्होने देश की जनता के बारे मे इतना तो सोचा.

मेक इन इंडिया प्रोग्राम और सरकार को फ़ायदा ::

  • अभी अगर देखा जाए तो ज़्यादातर DTH कंपनी अपने DTH सिस्टम को बाहर देशो से निर्यात करती है, जिसमे वो बहुत सारा धन इनवेस्ट करती है, अगर CI स्लॉट वाले सेट-टॉप बॉक्स जिसमे ट्राई द्वारा रेजिस्टर्ड सीरियल नंबर हो, अपने देश मे ही लोग बनाने लगे तो इससे अच्छा और क्या होगा.
  • इन घरेलू सेट-टॉप बॉक्स की लागत बहुत कम हो सकती है, हा ज़रूरत पड़ने पर कुछ पार्ट्स को निर्यात किया जा सकता है.
  • उदाहरण के लिए ट्राई कुछ सीरियल नंबर बना ले और उसे वो हर राज्य के सेट-टॉप बॉक्स बनाने वाली कंपनी को दे दे (एक प्रणाली के द्वारा). मान लो दिल्ली मे कोई सेट-टॉप बॉक्स बनाता है तो ट्राई के द्वारा स्वीकृत किया गया नंबर होगा: SCINDLAB100-
    SCINDLAB100000) जहाँ (SC= Set-Top Box with CI, IN=India, DL=Delhi, AB=manufacturers ID)
    अब CAM उन्ही Set-Top Box मे Activate होगा जिसमे ट्राई द्वारा स्वीकृत किया गया सीरियल नंबर होगा. अब ट्राई के पास भी हिसाब किताब होगा की कितने सेट-टॉप बॉक्स बनाने के लिए उसने किस manufacturers को स्वीकृत किया है, उसने (उत्पादक)  कितने बनाए है, या कितने बेचे है. किस राज्य मे कितनी सेल (Sale) है.

पे टीवी चेनल्स को फ़ायदा :

वैसे इस आइडिया के द्वारा पे टीवी चेनल्स को भी बहुत फ़ायदा होने वाला है, क्यूकी ग्रामीण इलाक़ो के परिवार प्रीमियम DTH सर्वीसज़ को बहुत कम उपयोग करते है, या कुछ चेनल्स DTH कंपनी के Base Pack मे होते ही नही है, जैसे की इंग्लीश फ़िल्मो के
चेनल्स या स्पोर्ट्स के चेनल्स या कार्टून के चेनल्स, इन चेनल्स के लिए महँगा पॅक लेना पड़ता है, CI स्लॉट वाले सेट-टॉप बॉक्स मे लोग फ्री चेनल्स के साथ, इनमे से किसी मे चेनल को Ala-a-cart का छोटा रीचार्ज करके देख सकते है. इन चेनल्स की टी. आर. पी. भी
ऊपर जाएगी. कुछ लोगो के घरो मे एक से ज़्यादा टीवी होती है तो वो अपने खर्च पर नियंत्रण रख सकते है.

जासूसी या गद्दारी? –

आज भारत के ही कुछ लोग व्हाट्सप्प या टेलीग्राम पर ग्रुप बनाकर पाकिस्तान, और अफगानिस्तान के फ्री टीवी चैनल्स का प्रचार करते रहते है। इनमे चाइना के सेट-टॉप बॉक्स, सॅटॅलाइट, एंड्राइड बॉक्स शामिल रहते है। दूसरी तरफ भोले भाले लोग इनकी बातो में आकर एक अच्छे मनोरंजन, मूवी या लाइव स्पोर्ट्स के लालच में इनको देखना चालू कर देते है। लेकिन उन चैनल पर मनोरंजन के साथ साथ धीमा जहर भी चलता रहता है जो भारत की सरकार के खिलाफ चलता है।

जैसे – देखो भारत की सरकार को, जिसने एक धर्म को गुलाम बनाकर रखा है। ठीक उसी प्रकार का वक्तव्य जैसे चीन अपने उइगर लोगो के साथ करता है। वैसा कुछ बताने की कोशिश करते है। जो पूरी तरह से झूठ है। जबकि भारत में हर योजना हर धर्म को मिलती। यहाँ धर्म के अनुसार मकान, गैस, रोड, लाइट, पानी, इत्यादि नहीं मिलता।

ऐसी जानकारियों या Hindi me Advice के लिए Hindi Hai वेबसाइट पर समय समय पर आते रहे।

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FAQs –

क्या हम डीडी फ्री डिश पर पेड चैनल देख सकते हैं?

जी हाँ, अगर आपके पास स्मार्ट टीवी, एंड्राइड बॉक्स, या हाइब्रिड सेट टॉप बॉक्स है तो आप पेड टीवी चैनल्स OTT को सब्सक्राइब करके देख सकते है।

डीडी फ्री डिश में पैसे वाले चैनल कैसे चलाएं?

इसके लिए आपके पास स्मार्ट टीवी OTT app को इनस्टॉल करना होगा, और उनका सब्सक्रिप्शन लेकर पैसे वाले चैनल देख सकते है।

is DD Free Dish killing Cable and DTH?

No, It is fake propaganda because Cable TV and DTH are lost by Smart TV and Internet streaming boxes. After all, people are getting FTA channels without NCF from DD Free dish and watching Pay TV channels by subscribing to OTT Live TV channels.

How do I see paid channels on DD free dish?

Currently, You can watch paid channels on DD Free Dish by subscribing to OTT Live TV channels in smart TV, Hybrid Set-top Boxes, and Android TV boxes.

Unencrypted channels on DD Free Dish promoting piracy?

No, because Unencrypted channels are paying platform fees to public broadcasters and earning by advertisement.

Is It possible too see Paid channels on DD Dish?

Yes, Currently you can watch by subscribing to OTT platforms, or it may be possible if the CAM Module is accepted by Prasar Bharat.

Is DD Free Dish going to Remove All Paid Channels?

No, but recently DD Free Dish removed some popular paid TV channels from DD Free Dish, but still lots of paid TV channels are available on DD Free Dish.

Can we watch paid channels on DD Free Dish?

Yes, if you have a Smart TV, Google TV Box, Android TV box, or Hybrid FTA Box then you may subscribe to OTT platforms.

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