वैसे तो प्रत्येक मनुष्य को अपनी ज़िंदगी नियम अनुसार ही चलना चाहिए। नियम कई तरह के होते है, जैसे खाने के, पीने के, सोने के, नहाने के, कपडे पहनने के, सुबह सोकर उठने के, पूजा पाठ करने के आदि बहुत से ऐसे उपाय या नियम है जो मानव जीवन को थोड़ा सा कठिन जरूर बनाते है लेकिन ये मानव जीवन को सुरक्षित बनाने के सबसे उपयुक्त तरीके होते है।
आयुर्वेद में और हर धर्म के ग्रंथो में मानव जीवन जीने के नियम बताये गए है जिससे वो अपनी और अपने परिवार की ज़िंदगी को सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते है। उन्ही में से यहाँ कुछ महत्वपूर्ण नियम आपको बता रहे है।
यहाँ पर कुछ प्राकृतिक नियम स्वास्थ्य रक्षा ( swasthya raksha ke niyam) और सामान्य ज्ञान के लिए दिये जा रहे है जो हर व्यक्ति के लिए लाभप्रत है।
- प्रात:काल उठकर कुल्ला करके एक गिलास ताजा जल पिये, सूर्येदय से पूर्व उठे इससे चित्त अति प्रसन्न रहता है।
- रात को किसी तांबे के बर्तन में पानी रख दे। प्रात:काल शौच जाने से पूर्व नित्य उस पानी को पीते रहने से पाखाना खुलकर आता है, कब्ज नहीं रहती।
- शौच करते समय दातो को खूब दबाकर बैठने से दात जीवन भर नहीं हिलते और न कभी लकवा रोग की शिकायत ही होती है
- हाथ मुँह धोते समय मुँह में एक घुट पानी को भरकर आँखो पर पानी के छींटे दे इससे आँखो की रोशनी बढ़ जाती है।
- भोजन से पहले हाथ मुँह धोये पैरो को धोने से जठराग्नि का महू खुल जाता है तथा भोजन से पूर्व एक गिलास पानी पिये।
- भोजन करते समय पानी न पिये अगर विशेष आवश्यक हो तो एक घुट ले सकते है। भोजन के एक घंटे बाद ही पानी पिये इससे भोजन पेट में आसानी से पच जाता है।
- भोजन के बाद थोड़ी देर के लिये घूमना आवश्यक है। भोजन के बाद बायां स्वर बंद करने से पाचन शक्ति बढ़ती है। रात्रि में सोने से पहले पानी पीना हितकारी है।
- सप्ताह में कम से कम एक बार सरसो के तेल की मालिश अवश्य ही होनी चाहिए। चिन्ता करने से जितनी स्वास्थ्य की हानि होती है। उतनी किसी रोग से नहीं होती।
- खाना खाने के बाद उठकर पेशाब कर लेने से धातुक्षीणता की बीमारी नहीं होती। स्वप्नदोष होने का खतरा नहीं होता।
- रात को भोजन के तीन घंटे बाद स्त्री – पुरुष का संग होना चाहिए। इसके पूर्व सम्भोग करने से पेट की अनेक बीमारिया हो जाती है।
- स्त्री -पुरुष के संग के बाद कभी भी बच्चे को दूध नहीं पिलाना चाहिए, इससे बच्चे के स्वस्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
- मधुमेह के रोगी जिसके पेशाब में चीनी आती है। अगर सुबह – शाम नित्य दौड़ लगायें तो बिना औषधि के पैशाब में शक्कर आना रुक जाता है।
- अगर किसी व्यक्ति ने शराब ज्यादा पी ली हो तो एक कागजी नींबू का रस पिलाने से नशा कम हो जाता है।
- अगर किसी व्यक्ति ने भांग ज्यादा पी ली हो तो आधी छटांक अरहर की दाल उबालकर पिलाने से भांग का नशा कम हो जाता है।
- अगर आपने ज्यादा आम खा लिए हों तो ऊपर से दो चार जामुन खा लेने से नुकसान नहीं होगा। अगर आप ने जामुन ज्यादा खा लिए हो तो ऊपर से एक-दो आम खा लेने से नुकसान नहीं होगा।
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